पुनर्मूषिको भव - अर्थात् फिर से चूहा जाओ
पुनर्मूषिको भव ->यह कथा बहुत महत्वपूर्ण और शिक्षाप्रद है। यह कहानी एक कृतघ्न चूहे के प्रति है जो ऋषि के आशीर्वाद से बाघ बन गया और फिर ऋषि पर आक्रमण करने…
राजा भोज भारत के ऐसे प्रसिद्ध राजा हुए। जिनका नाम हर किसी के जिह्वाग्र पर रहता है। लोग बात बात पर राजा भोज की उपमा दिया करते हैं। एक लोकोक्ति "कहा राजा भोज कहाँ गंगू तेली " तो इतना लोकप्…
Read more »Brahman Sunar aur Mahakavi Kaali Daas राजा भोज बड़े न्यायप्रिय थे । उनके राज मे कठिन व जटिल आपराधिक विवादों का सही न्याय होता था । आपराधी चाहे जितनी चालकी से अपराध कर साक्ष्य मिटाना चाहे राजा भोज क…
Read more »राजा भोज विद्वानो और साहित्यकारों को बहुत आदर करते थे । उनके राज्य मे कला, साहित्य और संस्कृति का बहुत संवर्धन हुआ । उनके राज्य मे आम नागरिक भी संस्कृत बोलता था । राजा भोज और लकड़हारा के संस्…
Read more »The Challenges in Life To Keep Us On Our Toes जापानियों को हमेशा ताज़ी मछलियां पसंद है। लेकिन जापान के तटीय समुद्र में दशकों से ताज़ी मछलियां नहीं मिल रहीं थी। अतः जापान निवासियों को मछली खिलाने के लि…
Read more »सबसे
बड़ा झुठा कौन . _?
एक बार एक राजा के मन मे जिज्ञासा हुई यह जानने की कि
उसके राज्य मे सबसे बड़ा झुठ कौन बोलता है ? इसके लिए उसने पुरे राज्य
मे ढोल बजा कर फरमान जारी करा दिए। पुरे राज्य म…
दयालु आम्र वृक्ष
एक समय की बात है, एक बहुत बड़ा आम का पेड़ था। उस पर एक छोटा बच्चा रोज आकर खेल करता था।
वह वृक्ष पर चढ़कर वृक्ष की चोटी पर जाने का प्रयास करता। पेड़ की ठंढी छावँ पे खेलता और पेड़ की डाल…
एक जंगल मे तीन जानवर मित्रता से रहते थे। तीनो मित्र एक दुसरे के काम आते और सुख दुख मे एक दुसरे की मदद करते। ये तीनो मित्र कछुआ , हिरण और कौआ थे । वो तीनो एक दुसरे को उनके दुष्मनो की सुचना दे…
Read more »एक बार की बात है़.एक शिकारी जंगल मे शिकार करने गया था. दिन भर शिकार के पीछे दुर दुर तक भागने के बाद भी वह उस दीन कोई शिकार नही कर सका. मृगया के स्रम से थककर वह एक पेड़ के नीचे लेटकर विस्राम करने ल…
Read more »दुर्योधन और युधिष्ठिर की परीक्षा
पाण्डवों और कौरवों को शस्त्र शिक्षा देते हुए आचार्य द्रोण के मन में उनकी परीक्षा लेने की बात उभर आई । परीक्षा कैसे और किन विषयो में ली जाये इस पर विचार करते उन्हें …
भक्त की निश्छलता एक बहुत ही भोला व्यक्ति था. शारीरिक कष्ट और गरीबी से परेशान था। उसे किसी व्यक्ति ने सलाह दिया कि तुम भगवान की पूजा क्यों नहीं करते। भगवान प्रसन्न होंगे तो तुम्हारे सारे कष्ट और निर…
Read more »जून का महीना था । धूप बडी तेज पड़ रहीं थी।
पशु और पक्षी भी प्यास से घबरा रहे थे । सरोवरों
और तालाबों में पानी सूख गया था।
एक कौआ बडा प्यासा था । वह उड़-उड़कर कई
जगह गया, पर उसे कहीं पानी की एक बूंद …
एक सरोवर में काफी सारी मछलियां रहती थीं। सरोवर में प्रचुर जल था। जल में ख़ुशी ख़ुशी रहती थी और बड़ी प्रसन्नता से जल क्रीणा करते हुए इस किनारे से उस किनारे तक तैरते रहती थी। एक बार ग्रीष्म ऋतू में भी…
Read more »
Social Plugin