हमारा भारत वर्ष सदियों से ऋषि मुनियों का देश रहा है. मोह और संशय का शमन करने के लिए लोग संतों के शरण में जाते रहे हैं .लेकिन कुछ पाखंडियों ने संत शब्द के मर्यादा का लाघव किया है .
यथार्त तो ये है कि…
वृत्रासुर का वध करने से इन्द्र को ब्रह्महत्या का पाप लगा था . इस पाप से बचने के लिए इंद्र तपस्या करने जाने वाले थे . अब इन्द्रासन तो खाली रखा नहीं जा सकता अतः ऐसे योग्य राजा की खोज होने लगी जो इंद्र…
Read more »वसंत अगर ऋतुओं का राजा है तो वर्षा को ऋतुओं की रानी कहा गया है. और इस बरसात में भी सावन का महीना विशेष मनभावन होता है. सावन के महीने को कई बातों से महत्वपूर्ण माना जाता है . सावन के महीने की प्रसिद्ध…
Read more »वरदराज की कहानी - सफलता की कहानीप्राचीन काल में विद्यार्थी गुरुकुल में ही पढ़ते थे। कॉन्वेंट स्कूल की अब जैसी कोई प्रथा नहीं थी। यज्ञोपवीत के बाद विद्यार्थी गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करने जाते थे। गुर…
Read more »
Social Plugin